khana Khani Ki OR Pani Pine Ki Hadees

khana Khani Ki OR Pani Pine Ki Hadees

हदीस : इकट्ठे होकर खाओ, अलग अलग न खाओ,  की बरकत जमात के साथ है, और खड़े होकर न खाओ और न पिओ"

( इब्ने मजा, जिल्द-4, सफा-21, हदीस-3287 )

हदीस : गर्म खाना ठंठा कर लिया करो क्योंकी गर्म खाने मे बरकत नही होती",

हाकीम, जिल्द-4, पेज-132 )

हदीस : कोई खाना खाए तो ओ उस वक्त
तक हाथ न धोये जब तक ओ ऊंगलियों को चाट न ले,

बुखारी शरिफ )

हदीस : खाना खा कर शुक्र अदा करने वाले का दर्जा सब्र करने वाले रोजेदार के बराबर होता है...!!

तिर्मिजी, हदीस-2021 )

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